जगताप को देखकर खुश हुई सावी, साईं के साथ अपने पलों को याद करते हुए इमोशनल हुआ विराट

स्टार प्लस के धमाकेदार शो ‘गुम है किसी के प्यार में’ के लेटेस्ट एपिसोड की शुरुआत में पाखी विनायक के घर आने पर उसे लाड़-प्यार करती है। वहीं, विराट अपने कमरे में जाता है अपनी और पाखी की शादी की तस्वीर देखता हैं।

फिर वह अपना सामान बिस्तर के किनारे रख देता है और चेंज करता है। इसी बीच पाखी भी वहां आती है और विराट को देखकर तुरंत मुड़ जाती है। तब विराट उसे रोकता है, पाखी उससे सवाल करती है कि क्या वह बाप्पा की मूर्ति लाने जाएगा। जिस पर विराट कहता हैं कि हर बार ही लाते हैं तो इस बार भी जाएंगे।

जगताप की हुई एंट्री
इधर सावी साई से उसे जल्दी तैयार करने के लिए कहती है, साई सावी के बाल ठीक करती है और उसे जाने के लिए कहती है। बाद में जगताप को ढोल बजाते हुए वहां आते देख सावी खुश हो जाती है। सावी उसकी ओर दौड़ती है और नाचने लगती है।

Banner Ad

साईं अन्य महिलाओं के साथ भगवान गणेश की मूर्ति का स्वागत करती है। तभी उषा कहती है कि उसे भरोसा नहीं हो रहा है कि यह वही जगताप है, जो इतना दुष्ट हुआ करता था।

नम हुई विराट की आँखे
च्वहाण निवास में भी विराट विनायक के साथ भगवान की मूर्ति को लाता है। पाखी विराट की आरती उतारती है क्योंकि वह भगवान की मूर्ति रखता है। साईं के साथ अपने पल को याद करते हुए विराट की आंखें नम हो जाती हैं लेकिन वह खुद को नियंत्रित कर लेता है।

इधर सावी जगताप को उनके घर के अंदर आने के लिए कहती है, लेकिन वह बाहर ही रहता है। उषा साईं को जगताप को माफ करने के लिए कहती है, लेकिन साई याद करती है कि कैसे उसने सम्राट को मार डाला फिर वह उसे अपने घर के अंदर आने से इंकार कर देती है।

सावी ने की यह प्राथना
सावी भगवान से अपने पिता को उसके पास भेजने के लिए प्रार्थना करती है। उषा को सावी के लिए बुरा लगता है और साई को उसे सच बताने की सलाह देती है, लेकिन साई साफ़ मन कर देती है। वह कहती है कि सावी को अपने पिता के बिना रहना होगा और उसे इसे स्वीकार करना होगा।

च्वहाण निवास में पाखी विनायक के लिए चिंतित हो जाती है और उसे बैठने के लिए कहती है लेकिन वह मना कर देता है। फिर उसे कुछ याद आता है और भगवान शिव और पार्वती की मूर्ति लाने के लिए अपना बैग खोलता है।

वह इसे भगवान गणेश के पास रखता है और कहता है कि यह उसकी दोस्त सावी ने दिया है। पाखी नाम सुनकर मुस्कुराती है, जबकि विनायक के बैग से साई और सावी की तस्वीर निकलती है।

प्रीकैप : अश्विनी विराट से कहती है कि उसने हमेशा प्रार्थना की कि वह अतीत को भूल जाए जो उसे दर्द देता है। इधर साईं का कहती है कि वह विराट को भूल गई हैं और उसे अपनी जिंदगी से निकाल दिया है।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter