बाली / नई दिल्ली : इंडोनेशिया के बाली में हो रहे G-20 शिखर सम्मेलन के दूसरा दिन कई बड़ी और देशहित के चीज़े देखने को मिली । इस दौरान जहां कई देशों के बीच अहम बैठकों का दौर जारी है जहा भारत के प्रधानमंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति ,सिंगापुर, इटली ,के PM , सहित ऋषि सुनक से की भेंट।

प्रधानमंत्री की फ्रांस के राष्ट्रपति के साथ बैठक : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम इमैनुएल मैक्रॉन से दोपहर के भोजन के अवसर पर मुलाकात की। दोनों राजनेताओं ने रक्षा, असैन्य परमाणु, व्यापार और निवेश जैसे विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे सहयोग की समीक्षा की। दोनों राजनेताओं ने आर्थिक संबंधों के नए क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करने का भी स्वागत किया। पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

सिंगापुर के प्रधानमंत्री से की भेंट : सिंगापुर के प्रधानमंत्री महामहिम श्री ली सिएन लूंग से भेंट की। प्रधानमंत्री ने पिछले वर्ष रोम में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री ली के साथ हुई अपनी भेंट को स्मरण किया।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी तथा नई दिल्ली में सितंबर 2022 को आयोजित भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज वार्ता के उद्घाटन सत्र सहित नियमित होने वाली उच्चस्तरीय मंत्रिस्तरीय तथा संस्थागत चर्चाओं पर गौर किया।
दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच व्यापार तथा निवेश संपर्कों, खास तौर से फिन-टेक, नवीकरणीय ऊर्जा, कौशल विकास, स्वास्थ्य तथा फार्मा क्षेत्रों को विस्तार देने के विषयों पर अपने संकल्प को दोहराया। प्रधानमंत्री मोदी ने सिंगापुर को आमंत्रित किया कि वह विभिन्न सेक्टरों में निवेश करे, जिनमें हरित अर्थव्यवस्था, अवसंरचना और डिजिटलीकरण शामिल हैं। इसके अलावा, भारत के राष्ट्रीय महत्व की सामाजिक व आर्थिक अवंसरना परियोजनाओं, परिसम्पत्ति मुद्रीकरण योजना और गति शक्ति योजना से लाभ उठाने के लिए भी सिंगापुर का आह्वान किया।
दोनों नेताओं ने हाल के वैश्विक और क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति में सिंगापुर की भूमिका की और 2021-2024 के दौरान आसियान-भारत सम्बन्धों में उसकी समन्वयकारी भूमिका की सराहना की।
दोनों नेताओं ने भारत-आसियान बहु-आयामी सहयोग को और बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की इच्छा दोहरायी। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री ली को भविष्य के लिए शुभकामनायें दीं तथा उन्हें अगले वर्ष जी-20 शिखर सम्मेलन में सम्मिलित होने के लिए भारत पधारने का आमंत्रण दिया।
मैंग्रोव वनों का किया दौरा : आज बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर ‘तमन हटन राया नगुराह राय’ मैंग्रोव वनों का दौरा किया और वहां पौधे लगाए। मैंग्रोव वैश्विक संरक्षण प्रयासों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारत इंडोनेशिया की जी-20 अध्यक्षता के तहत मैंग्रोव एलायंस फॉर क्लाइमेट (एमएसी), जोकि इंडोनेशिया और यूएई की संयुक्त पहल है, में शामिल हो गया है।
भारत में 5000 वर्ग किलोमीटर में फैली मैंग्रोव की 50 से अधिक प्रजातियां पाई जा सकती हैं। भारत मैंग्रोव के संरक्षण और उनकी बहाली पर जोर दे रहा है, जो जैव विविधता के समृद्ध स्थल हैं और प्रभावी कार्बन सिंक के रूप में काम करते हैं।
डिजिटल ट्रान्सफर्मेशन पर PM मोदी का सन्देश !
PM मोदी ने कहा कि Digital Tranformation हमारे दौर का सबसे उल्लेखनीय बदलाव है। डिजिटल technologies का उचित उपयोग, गरीबी के खिलाफ दशकों से चल रही वैश्विक लड़ाई मे फोर्स multiplier बन सकता है। डिजिटल समाधान Climate Change के खिलाफ लड़ाई मे भी सहायक हो सकते हैं – जैसा हम सब ने कोविड के दौरान remote-working और paperless green offices के उदाहरणों मे देखा।
किन्तु ये लाभ हमें तभी मिलेंगे जब Digital Access सच्चे मायने मे inclusive हो, जब Digital Technology का उपयोग सचमुच व्यापक हो। दुर्भाग्य से अभी तक हमने इस powerful tool को सिर्फ साधारण business के मापदंड से ही देखा है, इस पॉवर को profit और loss के बहीखातों मे बांध के रखा है। Digital transformation के लाभ मानवजाति के एक छोटे अंश तक ही सीमित न रह जाएँ, यह हम जी-20 leaders की जिम्मेदारी है।
इटली के प्रधानमंत्री से की भेंट : प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री मेलोनी को इटली की प्रथम महिला प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी। दोनों नेताओं ने व्यापार व निवेश, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई और लोगों के बीच मेलमिलाप सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सम्बम्धों को प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि भारत-इटली के राजनयिक सम्बन्धों के 75 वर्ष पूरे हो जाने को समारोहपूर्वक मनाया जायेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मेलोनी को जी-20 शिखर सम्मेलन में अगले वर्ष भारत पधारने का आमंत्रण भी दिया।