दतिया । वसंतोत्सव पर मां पीतांबरा का आंगन शास्त्रीय संगीत भक्ति की सुर लहरियों से उस समय गुंजायमान हो गया, जब सुप्रसिद्ध शास्त्री गायिका डा.सरिता पाठक यजुर्वेदी दिल्ली ने अपने प्रस्तुति दी। इससे पूर्व पीतांबरा संगीत महाविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भी अपनी प्रस्तुतियां पेश की।
वसंत पंचमी पर मंगलवार देर शाम पीतांबरा मंदिर पीठ में प्रारंभ हुए बसंत महोत्सव और माघी गुप्त नवरात्रि के अवसर पर संगीत का भक्ति रस बरसा। इसके साथ ही नम हवाओं और भक्तों ने इस संगीत कार्यक्रम को ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। मां पीतांबरा के आंगन में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जब इन भक्ति की सुर लहरियों को सुना तो वाह-वाह कर उठे।
सुप्रसिद्ध शास्त्री गायिका डा.सरिता ने सर्वप्रथम मां पीतांबरा को शीश नवाकर गणेश वंदना से कार्यक्रम का आगाज किया। यह गणेश वंदना राग यमन कल्याण पर आधारित थी। इससे पूर्व मां पीतांबरा के आंगन में मां पीतांबरा संगीत महाविद्यालय के शिक्षकों व विद्यार्थियों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी। इनमें माधव पुरोहित, आकांक्षा भोंदेले, निहारिका वैश्य तथा नीलम मांझी ने मां पीतांबरा की वंदना की।
इसके बाद भजन प्रस्तुति के लिए हर्षवर्धन दुबे एवं प्राचार्य उमाकांत कब्जू ने सुमधुर बांसुरी वादन किया। जिसने सभी का मन मोह लिया। इसके अलावा मुस्कान अग्रवाल ने भजन की प्रस्तुति दी, तो मां पीतांबरा का आंगन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कार्यक्रम में आकर्षक भजन की प्रस्तुति मुस्कान अग्रवाल की रही। उन्होंने मनमोहक भजन प्रस्तुत किया। तबले पर संगत विजय सेठ तथा अखिलेश चौबे ने की। पूरे कार्यक्रम में डा. सरिता ने सभी प्रस्तुतियां शास्त्रीय गायन की दी, जिसे लोगों ने खूब सराहा।