हम शराब नहीं दूध बेच रहे हैं, प्रशासन की सख्ती पर विक्रेताओं ने दिखाया गुस्सा, बिना दूध लिए लौटे लोग

दतिया । करोना संक्रमण के चलते प्रतिदिन रोज नई मुसीबत का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। बुधवार को सुबह 7 बजे प्रशासन द्वारा दूध की दुकानें बंद करने जाने को लेकर दूध विक्रेताओं ने हड़ताल कर दी। इसके बाद प्रशासन ने ने अधिकारियों को भेजकर हड़ताल खत्म कराने की बात कही है। इससे नगर में दूध की आपूर्ति भी बाधित हुई। कई परिवारों को दूध नहीं मिल पाया है।

बताया जाता है कि बुधवार सुबह दूध विक्रेताओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी सभी दुकानें बंद कर दी। दूध विक्रेताओं का कहना है कि सुबह 7 बजे ही पुलिस वालों ने उनकी दुकानें बंद करवाना शुरू कर दिए, जबकि दूध वितरण का यह समय सबसे ज्यादा व्यस्तता वाला होता है। इधर दूसरी और एसडीएम अशोक सिंह चौहान ने बताया कि दुकानें बंद नहीं करवाई गई सिर्फ भीड़ जमा होने पर दूध विक्रेताओं को चेतावनी दी गई थी। इन लोगों को हटाया लिया जाए। उसके बाद मामला बढ़ गया और देखते ही देखते दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दी।

इन दुकानदारों के साथ उनके ग्राहक भी शामिल हो गए और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे थे। इसके बाद कई ग्राहक जहां बिना दूध लिए वापस लौट गए, वहीं कई घरों में दूध नहीं पहुंच पाया। दूध विक्रेताओं ने चेतावनी दी कि बार-बार सख्ती की तो हम सड़क पर ही अपनी जान दे देंगे। उन्होंने कहा कि हम शराब नहीं दूध बेच रहे हैं और प्रशासन की यह मनमानी बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस संदर्भ में एसडीएम अशोक सिंह चौहान ने बताया कि दूध विक्रेताओं से बात की गई है। कल से वापस दूध समय पर बांटा जाएगा। समय को लेकर कुछ गलतफहमी हुई थी, जिसे ठीक कर लिया गया है। शहर के नागरिकों को अब कोई परेशानी नहीं आएगी।

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