Datia news : दतिया। मौसम परिवर्तन के साथ ही हर रोज तापमान में गिरावट दर्ज हो रही है। ऐसे में औपचारिकता निभाते हुए प्रशासन ने स्कूलों में सुबह साढ़े आठ से पहले स्कूल न खोले जाने की ताकीद की है। लेकिन यह आदेश जिस दिन जारी हुआ,उसी दिन सरकारी स्कूलों में ओलंपियाड की परीक्षा हुई।
जहां छोटे-छोटे बच्चों को कहीं टाटपट्टी तो कहीं खाली जमीन पर ही बैठकर परीक्षा देना पड़ी। जिससे सर्दी के मौसम में बच्चे कंपकंपाते नजर आए।
सर्दी के प्रतिकूल प्रभाव से बच्चों की सेहत खराब न हो, इसे लेकर मंगलवार को कलेक्टर स्वप्निल वानखडे ने आदेश जारी कर नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूलों को सुबह साढ़े आठ बजे से पहले संचालित नहीं किए जाने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि काफी पहले से ही सभी सरकारी स्कूलों के खुलने का समय सुबह साढ़े दस से साढ़े चार बजे तक निर्धारित है। ऐसे में यह आदेश निजी स्कूल संचालकों का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए संभवता जारी किया गया है।
वहीं एक तरफ जहां प्रशासन बच्चों को सर्दी से बचाव के लिए चिंतित है, जबकि दूसरी तरफ मंगलवार को कई स्कूलों में संपन्न कराई गई ओलंपियाड की परीक्षा छोटे बच्चाें को ठंडी जमीन पर टाट्पट्टी पर बैठकर देना पड़ी। जिससे बच्चे परेशान दिखे।
मंगलवार को बसई के सांदीपनी विद्यालय व बरधुवां के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में ओलंपियाड की परीक्षा आयोजित की गई। जिसमें कक्षा दूसरी से लेकर आठवीं तक छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी। बरधुवां परीक्षा केंद्र पर 441 में से 360 छात्र छात्राएं उपस्थित हुए।
वहीं सांदीपनी विद्यालय परीक्षा केंद्र पर 367 में से 328 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। बरधुवां परीक्षा केंद्र पर कुछ को फर्नीचर तो कुछ को टाटपट्टी को कुछ को खाली जमीन पर बैठाकर ओलंपियाड की परीक्षा दिलवाई। अधिकांश बच्चे बिना स्वेटर के आए थे।
ऐसे में उन्हें जब नीचे जमीन पर बैठना पड़ा तो और कंपकंपा गए। वहीं मजेदार बात यह रही कि किसी छात्र को नहीं पता था कि इस परीक्षा से क्या होगा।
छात्र छात्राएं आपस में बातें करते दिखाई दिए कि यह परीक्षा क्यों दिलाई जा रही है। बता दें कि यह परीक्षा हर वर्ष आयोजित की जाती है, फिर भी इस परीक्षा के प्रति छात्र छात्राओं को जागरुक नहीं किया जाता।


