दतिया । इन दिनों खरीदी केंद्रों पर किसानों से गेंहूं की उपज खरीदी का काम चल रहा है। लेकिन बारदाना उपलब्ध न होने से पिछले कुछ दिनों से मैसेज मिलने के बाद अपनी उपज लेकर खरीदी केंद्रों पर पहुंच रहे किसान अब खुले में गेंहूं डाले हुए तुलाई का इंतजार कर रहे हैं। जब तक तुलाई न हो तब तक किसानों को बादल बरसने से उपज खराब होने का भय सताता रहता है। रविवार को भांडेर में दोपहर बाद तेज आंधी के साथ बारिश हुई। गनीमत रही कि बारिश का दौर लंबा नहीं चला। लेकिन 15 से 20 मिनिट तक हुई बारिश के चलते खरीदी केंद्रों पर खुले में पड़ा गेंहूं भीग गया।
ऐसा ही मामला सालौन खरीदी केंद्र एवं पिपरौआ सहकारी समिति खरीदी केंद्र शांति वेयर हाउस दतिया रोड पर देखने को मिला। यहां पड़ा सैकड़ों िक्ंवटल गेंहूं पर कभी भी तेज बारिश की मार पड़ सकती है। परशुराम तिवारी निवासी मुरिया अपने पिता रामेश्वर दयाल के नाम से पंजीकृत लगभग तीन सौ क्विंटल गेंहूं 29 अप्रेल को मैसेज प्राप्त होने के बाद शाम को पिपरौआ खरीदी केंद्र पर पहुंचा था। लेकिन रविवार को 9 मई की तारीख में भी उनकी उपज खुले में पड़ी रही। वहीं भगवान स्वरूप चिरवारिया निवासी अस्टोट मैसेज मिलने के बाद तीन मई की शाम को यहां अपनी उपज लेकर पहुंचे। ऐसे ही बृजकिशोर शर्मा निवासी निचरौली 7 मई को तथा भगवान सिंह कुशवाहा निवासी पिपरौआ भी मैसेज मिलने के बाद यहां अपनी उपज लेकर पहुंचे और इन्हें भी तुलाई का इंतजार है। इनके अलावा और भी किसान थे जो तुलाई के इंतजार में रविवार को हुई बारिश से भीगे गेंहूं के खराब होने से चिंतित दिख रहे थे।

इनका कहना है
वारदाना उपलब्ध नहीं होने से तुलाई नहीं हो पा रही है। संभावना है कि सोमवार को वारदाना उपलब्ध हो जाएगा। इसके बाद तुलाई शुरू करा दी जाएगी। – हरिकृष्ण शर्मा, प्रबंधक पिपरौआ सहकारी समिति।