Datia news : दतिया। होम लोन के लालच में आकर पिछले 17 साल से अपना नाम पता बदलकर फरारी काट रहा आरोपित पुलिस के शिकंजे में फंस गया। उक्त फरारी इनामी को पकड़ने के लिए पुलिस को भी कम पापड़ नहीं बेलने पड़े। सादा कपड़ों में पहुंची पूरी टीम को लोन संबंधी जानकारी देने के लिए पहले गांव के लोगों को इकट्ठा करना पड़ा। इसी दौरान वह शख्स भी लोन की जानकारी लेने पहुंच गया, जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी।
जैसे ही होम लोन की जानकारी के दौरान उक्त व्यक्ति ने अपना असली नाम व पता बताया, वैसे ही पुलिस ने उसे दबोच लिया और अपने साथ दतिया ले आई।
17 वर्ष से फरार 10 हजार रुपये के इनामी स्थाई वारंटी को गोराघाट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी कमल गोयल ने बताया कि न्यायालय दतिया के प्रकरण में आरोपित हरनाम पुत्र नत्थू अहिरवार निवासी ग्राम तिलैथा थाना गोराघाट का स्थाई वारंट 18 फरवरी 2008 को जारी किया गया था।
स्थाई वारंट जारी दिनांक से स्थाई वारंटी की तलाश की जा रही थी। लेकिन वह पुलिस से छुपने के लिए अपना नाम व पता बदलकर अन्य जगह रहने लगा था। जो पुलिस टीम के सामने होम लोन के लालच में सच उगल बैठा और उसकी सारी जानकारी सामने आ गई।
इसे लेकर पुलिस टीम गठित कर वारंटी की तलाश में लगाया गया। जिसके बाद गठित टीम को इंटेलीजेंस से जानकारी प्राप्त हुई कि स्थाई वारंटी आरोपित ग्राम सिरसोद थाना हस्तिनापुर जिला ग्वालियर में नाम व पता बदलकर निवास कर रहा है। उक्त सूचना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया।

जिसके बाद 19 मई को थाने पर गठित टीम, स्थाई वारंटी हरनाम जाटव की तलाश में ग्राम सिरसोद थाना हस्तिनापुर में सिविल ड्रेस में पहुंची। जहां गांव के लोगों से मकान किस्त तथा लोन फाइनेंस की जानकारी के एक जगह बुलाया गया। इस दौरान एक व्यक्ति होम लोन के लिए टीम से जानकारी लेने लगा।
जिससे नाम पता पूछा गया तो उसने अपना नाम हरनाम पुत्र नत्थू अहिरवार निवासी ग्राम तिलैथा थाना गोराघाट होना बताया। जिसके बाद उक्त व्यक्ति से स्थाई वारंट के संबंध में पूछताछ की गई तो उसने होम लाेन के लालच में बताया
कि वारंट जारी होना के बाद वह अपने परिवार के साथ ग्राम तिलैथा छोड़कर करीब 16 साल से सिरसोद में रहने लगा है। इसके बाद टीम के सदस्यों ने स्थाई वारंटी को हिरासत में ले लिया। जिसे दतिया लाकर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।