Datia news : दतिया। पैरों में दर्द का उपचार कराने को लेकर युवक ने आनलाइन डाक्टर का नंबर सर्च किया तो साइबर ठगों ने उसके बैंक अकाउंट से रुपये पार कर दिए। यह गलती युवक को भारी पड़ी। अब वह पुलिस और साइबर सेल के चक्कर काट रहा है।
आनलाइन डाक्टरों का नंबर सर्च करने में अब सावधानी बरतें, यह गलती कहीं आपका बैंक अकाउंट खाली न कर दे। ऐसी ही साइबर ठगी भांडेर में लहार रोड निवासी युवक पुष्पेंद्र यादव उर्फ पवन के साथ हो गई।
उन्होंने आनलाइन ग्वालियर के किसी डाक्टर का नाम सर्च किया। इस दौरान उनके पास परामर्श शुल्क जमा करने की डिमांड सहित एक लिंक ठगों ने भेज दी। वह इस पूरी प्रक्रिया को देख ही रहे थे तभी मोबाइल में आटोमैटिक एक फाइल डाउनलोड होने लगी। इस फाइल को उन्होंने ओपन किए बिना डिलीट भी कर दिया।
लेकिन उसके बाद भी पीड़ित युवक के बैंक खाते से 26 हजार रुपये निकल गए। पुष्पेंद्र के मुताबिक उक्त खाते में 26 हजार चार सौ रुपये जमा थे। साइबर ठगों ने पीड़ित के खाते में मात्र 400 रुपये ही छोड़े।
इस मामले में साइबर ठगी के शिकार पीड़ित युवक पुष्पेंद्र ने पहले भांडेर थाने में इसकी शिकायत की। लेकिन यहां उन्हें इस शिकायत को साइबर सेल को करने की सलाह दी गई।
जिसके बाद उन्होंने साइबर सेल दतिया में अपने साथ घटित साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई। पुष्पेंद्र ने बताया कि स्थानीय एचडीएफसी बैंक की भांडेर शाखा में उनका खाता है। जिसके मैनेजर प्रशांत मिश्रा को भी इस साइबर ठगी की जानकारी दी। लेकिन यहां भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली।
पुष्पेंद्र यादव ने बताया कि उन्हें पैरों में होने वाले दर्द की लंबे समय से शिकायत है। वर्तमान में झांसी में उपचार चल रहा है। लेकिन कोई लाभ नहीं मिला।
इसी दौरान ग्वालियर के न्यूरोलोजिस्ट की जानकारी मिलने पर 24 अगस्त को उनका नंबर सर्च किया। नंबर तो नहीं मिला। लेकिन नंबर की जगह आनलाइन परामर्श का आप्शन दिखा।
इसे क्लिक करने पर परामर्श शुल्क के रूप में एक सौ रुपये जमा करने के लिए कहा गया। लेकिन इस प्रक्रिया पर पुष्पेंद्र को शक हुआ और वे उस साइट से बेक हो गए। लेकिन इसके बाद एक अज्ञात फाइल उनके मोबाइल में अचानक से डाउनलोड होती है। साइबर ठगी की आशंका के बीच उस डाउनलोड फाइल को पुष्पेंद्र ने डिलीट भी किया।
लेकिन इसके दो दिन बाद यानी 26 अगस्त को उन्हें बैंक का मैसेज प्राप्त होता है। जिससे पता चला कि खाते में जमा 26 हजार 400 रुपये में से 26 हजार रुपये निकल गए हैं।