Datia news : दतिया। अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भी स्टाफ न होने से बुधवार को हंगामेदार स्थिति बन गई। इस दौरान युवक के शव का पीएम चार घंटे तक न होने पर भांडेर अस्पताल आए ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने अस्पताल के सामने से निकले हाइवे पर ही बैठकर जाम लगा दिया।
भांडेर के सरसई थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बेंदा में मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात 19 वर्षीय युवक विकास निरंजन पुत्र करण सिंह ने अज्ञात कारणों के चलते अपने घर पर फांसी लगा लगाकर जान दे दी। घटना की जानकारी उसके स्वजन को सुबह लगी। इसके बाद सरसई थाने पर पुलिस को सूचना दी गई।
इसके बाद शव को पीएम के लिए पीएम हाउस भांडेर पहुंचाया गया। लेकिन वहां पर विवाद की स्थिति उस वक्त निर्मित हो गई जब सुबह 11 बजे से इंतजार करते-करते तीन बजे तक पीएम नहीं हो सका। इससे परेशान होकर मृतक के स्वजन और अन्य लोगों ने पीएम हाउस के सामने ही हाइवे पर आक्रोश व्यक्त करते हुए जाम लगा दिया।
इस जाम की असल वजह भांडेर पीएम हाउस पर सहायक स्वीपर का न होना बताया गया। इस कारण मृतक के स्वजन को वहां अस्पताल की ओर से दतिया में पीएम कराने की सलाह दी गई।
लेकिन जब लोग वहीं पीएम कराने पर अड़ गए तो दतिया पीएम हाउस पर पदस्थ स्वीपर को भांडेर बुलवाया गया। उसके आने में विलंब के चलते मृतक के पीएम में देर हुई।
जिसे लेकर वहां मौजूद लोग भड़क गए और उन्हाेंने आक्रोशित होकर जाम लगा दिया। जाम करीब 15 से 20 मिनिट ही चला। जिसके बाद स्वीपर के आने के बाद पीएम कर शव स्वजन को सौंप दिया गया।
इस विवाद को लेकर बीएमओ भांडेर डा.आरएस परिहार से पूछे जाने पर उन्होंने नईदुनिया को बताया कि पहले यहां स्थाई स्वीपर तैनात था। उसकी मौत के बाद सोहन से एक स्वीपर को यहां तैनात किया गया।
लेकिन उसके सेवानिवृत्त होने के बाद से भांडेर में पीएम हाउस पर स्वीपर का पद खाली पड़ा है। लेकिन आज विवाद की स्थिति निर्मित होने पर सीएमएचओ डा.हेमंत मंडेलिया से चर्चा किए जाने पर उन्होंने भांडेर पीएम हाउस पर आउटसोर्स से एक स्वीपर की तैनाती की अनुमति दी है। जल्दी ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
घर में सुबह लटका मिला था शव : इधर घटना की छानबीन में जुटी पुलिस ने जब मृतक के मोबाइल की पड़ताल की तो वह पूरी तरह से फार्मेट अर्थात खाली पाया गया। इस मामले में थाना प्रभारी सरसई नरेंद्र राजपूत ने उक्त मोबाइल जब्त कर इस मामले में शून्य पर कार्रवाई दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरु की।
मृतक अपने माता-पिता की इकलौती संतान था और ग्वालियर में रहकर स्टडी कर रहा था। बताया जाता है कि मंगलवार की रात करीब नौ-साढ़े नौ बजे वह घर पहुंचा और परिवार वालों को बुधवार शिवरात्रि का उपवास रखने की कहकर अपने कमरे में चला गया। लेकिन सुबह वह कमरे में लगे गाटर से लटका मिला।


