Datia News : दतिया। दतिया से इंदौर ले जाते समय एक अपराधी चलती ट्रेन से कूदकर भाग निकला। उक्त अपराधी को दतिया पुलिस के दो जवान ग्वालियर रतलाम इंटरसिटी से लेकर इंदौर के लिए सोमवार को रवाना हुए थे। इसी दौरान देर रात जब ट्रेन सारंगपुर रेल्वे स्टेशन के समीप पहुंची उसी समय मौका लगाकर अपराधी हथकड़ी समेत ट्रेन से कूदकर भाग निकला। इस मामले में दोनों पुलिस जवानों को पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौर ने निलंबित कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक अप्राकृतिक कृत्य के एक आरोपित को न्यायालय के आदेश पर दतिया जिले के पुलिसकर्मी उसे इंदौर जेल में शिफ्ट करने के लिए ले जा रहे थे। तब ही रात करीब 3.15 बजे आरोपित वरुण पुत्र परमानंद पाल निवासी सेवढ़ा चुंगी दतिया, सारंगपुर रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन से हथक़डी सहित कूदकर भाग गया।

इस मामले की पुलिसकर्मियों ने सारंगपुर थाने में एफआइआर भी दर्ज कराई। इस मामले में दतिया एसपी अमन सिंह राठौर ने दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
पुलिस के मुताबिक अप्राकृतिक कृत्य धारा 377 के आरोपित वरुण को पुलिस ने 8 साल बाद पक़डा था। जिस समय घटना को उसने अंजाम दिया था, वह नाबालिग था व आठ साल से फरार चल रहा था।
दतिया जिले के धीरपुरा थाना पुलिस ने आरोपित को 20 मार्च को गिरफ्तार करने के बाद 21 मार्च को वहां न्यायालय में पेश किया था। जहां से न्यायालय के आदेश पर पुलिसकर्मी आरक्षक विजय बघेल व विशाल श्रीवास्तव आरोपी को इंदौर जेल में शिफ्ट करने के लिए इंदौर ले जा रहे थे।

पुलिस कर्मी रात के समय हथक़डी को अपने बेल्ट में लगाना भूल गए। ऐसे में मौका पाकर ट्रेन राजग़ढ जिले के सारंगपुर रेलवे स्टेशन के समीप पहुंची तो आरोपित हथक़डी सहित रेलवे स्टेशन के पास कूदकर भाग निकला।
धीरपुरा थाना प्रभारी दर्शन शुक्ला ने बताया कि आरोपित ने जिस समय वारदात की थी उस समय वह 12 साल का था। 8 साल पहले 12 साल की उम्र में अपराध किया था। उस समय वह नाबालिग था।
यही वजह थी कि दतिया के न्यायालय ने आरोपी को इंदौर में खास तरह की जेल में दाखिल करने के आदेश दिए थे। इस कारण उसे इंदौर पहुंचाया जा रहा था।