नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम के अमिनगांव में जनगणना कार्यालय का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, जन्म और मृत्यु रजिस्टर को जनगणना से जोड़ा जाएगा। गृह मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया और लोगों की गणना से देश में हर जन्म और मृत्यु के बाद जनगणना अपने आप अपडेट हो जाएगी।
गृह मंत्री ने कहा कि डिजिटल जनगणना ‘अगले 25 वर्षों के लिए देश की नीतियों को आकार देगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के कारण 2021 की जनगणना में देरी हुई और इसे 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। शाह ने कहा कि बिना सही जनगणना के किसी भी विकास कार्य या परियोजना की योजना बनाना संभव नहीं है।
नाम/पता परिवर्तन होगा आसान
शाह ने कहा कि नए सॉफ्टवेयर के बहुआयामी उपयोग होंगे क्योंकि इसे जन्म और मृत्यु के पंजीकरण से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि जैसे ही किसी का जन्म होगा, उनका विवरण सॉफ्टवेयर में अपडेट हो जाएगा। एक बार जब वह व्यक्ति 18 वर्ष का हो जाएगा, तो उसका नाम जनगणना कार्यालय से ही मतदाता सूची में दर्ज हो जाएगा। नाम मतदाता सूची से, जनगणना कार्यालय से, उस व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी प्राप्त होगा। शाह ने कहा कि लोगों के घर बदलने जैसे विवरण भी सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपडेट हो जाएंगे।
100 फीसदी सटीक डाटा !
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि देश में जनगणना प्रक्रिया के डिजिटल होने से अगली जनगणना कवायद के दौरान 100 फीसदी सटीक गणना की उम्मीद की जा सकती है. उन्होंने कहा, ‘अगली जनगणना ई-मोड के जरिये कराई जाएगी, जिससे 100 फीसदी सटीक गणना होगी और इसके आधार पर अगले 25 साल के लिए देश के विकास की योजनाएं बनाई जाएंगी.