भारत जॉब क्रिएटर्स का बन रहा हब, जल्द होगा तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था- जी किशन रेड्डी

नई दिल्ली  : केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज हैदराबाद में ताज कृष्णा में जी-20 स्टार्ट-अप 20 एंगेजमेंट ग्रुप की आरंभिक बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री  सोम प्रकाश, जी-20 के शेरपा  अमिताभ कांत, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमेश्वरन अय्यर, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अधिकारी और जी-20 राष्ट्रों के प्रतिनिधि, पर्यवेक्षक देशों से विशेष आमंत्रित सदस्य, विभिन्न बहुपक्षीय संगठनों और वैश्विक तथा भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।

‘अमृत काल, भारत @ 2047 के लिए नवोन्मेषण’ विषयवस्तु के तहत प्रतिनिधियों और प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा, “अपनी थीम के अनुरूप, भारत की अध्यक्षता में इस जी-20 का उद्देश्य जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए मार्ग निर्धारित करना है, जिसका लक्ष्य संयुक्त सहयोग और हमारी सफलताओं को अर्जित करना और साझा करना है।“

जी किशन रेड्डी ने भारत में स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा, “भारत आज के स्टार्ट-अप एंगेजमेंट ग्रुप के लिए आदर्श स्थान है क्योंकि हमारे पास 350 बिलियन डॉलर के संयुक्त मूल्यांकन पर 100 से अधिक यूनिकॉर्न के साथ लगभग 85,000 पंजीकृत स्टार्ट-अप हैं। विश्व में यूनिकॉर्न की तीसरी सबसे बड़ी संख्या के साथ, अब केवल कुछ ही समय में भारत इस सूची में सबसे आगे होगा।“ उन्होंने कहा “हमारे स्टार्ट-अप्स के माध्यम से, हमारे युवा रोजगार मांगने वालों के बजाय रोजगार देने वाले बनना चाहते हैं।

हमारे स्टार्टअप नए उत्पादों और अनुभवों का नवोन्मेषण, निवेश और आविष्कार कर रहे हैं। हमारे स्टार्टअप इकोसिस्टम की सफलता इन स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने और आरंभिक सहायता प्रदान करने में सरकार के उत्साह, प्रगति और प्राथमिकता की प्रतीक है। हमारा विशाल प्रतिभा समूह और हमारा जनसांख्यिकीय लाभ भारत को एक आदर्श निवेश स्थान बनाता है।”

मुख्य बिंदु –
●“आज के युवा रोजगार मांगने वालों के बजाय रोजगार देने वाले बनना चाहते हैं। भारत आज के स्टार्ट-अप एंगेजमेंट ग्रुप के लिए आदर्श स्थान है क्योंकि हमारे पास 350 बिलियन डॉलर के संयुक्त मूल्यांकन पर 100 से अधिक यूनिकॉर्न के साथ लगभग 85,000 पंजीकृत स्टार्ट-अप हैं।
●“हमारे स्टार्टअप नए उत्पादों और अनुभवों का नवाचार, निवेश और आविष्कार कर रहे हैं। हमारे स्टार्टअप इकोसिस्टम की सफलता इन स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने और आरंभिक सहायता प्रदान करने के सरकार के उत्साह, प्रगति और प्राथमिकता की प्रतीक है।
●“भारत द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे 4-डी का लाभ उठाने में स्टार्टअप्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। एक जीवंत लोकतंत्र के साथ, सब का साथ सब का विकास, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और डीकार्बोनाइजेशन के माध्यम से सब का विकास सुनिश्चित होगा।
●”हमारे पास विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने की क्षमता है और नवाचार इसके प्रमुख माध्यमों में से एक होगा”।
●”मैं अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और हमारे पर्यटकों को एक उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने के लिए नई प्रौद्योगिकियों के उपयोग के माध्यम से हमारा मार्गदर्शन करने के लिए नए समाधान और नए विचारों को खोजने में सहायता करने के लिए स्टार्टअप्स को भी आमंत्रित करूंगा”।

इस कार्यक्रम के बाद, किशन रेड्डी ने भी ट्वीट किया, “प्रतिनिधियों को अपने संबोधन के दौरान, ‘अतिथि देवो भव’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की हमारी समृद्ध और पोषित परंपराओं और संस्कृति तथा प्रधानमंत्री @नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व के तहत रुपांतरकारी सुधारों के माध्यम से भारत की डिजिटल यात्रा के बारे में चर्चा की।

बैठक को संबोधित करते हुए,  जी किशन रेड्डी ने एक जीवंत नवाचार और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा की गई विभिन्न पहलों के बारे में भी जानकारी दी। रेड्डी ने फंड ऑफ फंड्स फॉर स्टार्टअप्स (एफएफएस) स्कीम के बारे में चर्चा की, जिसे 1.25 बिलियन डॉलर (10,000 करोड़ रुपये) के कोष के साथ स्थापित किया गया था और इसने लगभग 1.75 बिलियन डॉलर (13,500 करोड़ रुपये) के निवेश को उत्प्रेरित किया है। उन्होंने सरकार की स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम के बारे में भी बताया जिसमें 126 इन्क्यूबेटरों के लिए 60 मिलियन डॉलर (455.25 करोड़ रुपये) का अनुमोदन किया गया है। रेड्डी ने भारत सरकार के अथक प्रयासों को पिछले 7 वर्षों में वैश्विक नवोन्मेषण सूचकांक में 41 रैंक की छलांग लगाने का श्रेय दिया।

केंद्रीय मंत्री  जी किशन ने इससे पहले एक प्रमुख अंग्रेजी दैनिक में भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करने पर एक ओप-एड लिखा था। इस लेख में उन्होंने लिखा कि किस प्रकार भारत की अध्यक्षता ने विश्व को 4-डी;  संघर्ष में कमी लाना, डिजिटलीकरण, विकास जो न्यायसंगत और समावेशी हो तथा जलवायु संकट से लड़ने के लिए डीकार्बोनाइजेशन पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाया। बैठक में इन विचारों पर चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “भारत द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे 4-डी का लाभ उठाने में स्टार्टअप महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। जीवंत लोकतंत्र, विकास, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और हरित, हाइड्रोजन और नवीकरणीय ऊर्जा के अवसरों के साथ डीकार्बोनाइजेशन के साथ हमारे पास तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने की क्षमता है और नवोन्मेषण हमारे प्रमुख माध्यमों में से एक होगा।”

उन्होंने यह भी कहा, “भारत समृद्ध जीवित सांस्कृतिक विरासत का वास है और मैं सभी प्रतिनिधियों को आपके प्रवास के दौरान इस महान भूमि का अन्वेषण करने के लिए आमंत्रित करता हूं। हमारी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि आप सभी के पास भारत का संपूर्ण और समग्र अनुभव हो, जैसा आपको पहले कभी नहीं प्राप्त हुआ। आप सभी को हमारे देश की स्थानीय संस्कृति, भोजन और कला तथा शिल्प का अनुभव सुनिश्चित करने के लिए हम जी-20 शेरपा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इस स्टार्ट-अप एंगेजमेंट ग्रुप के साथ मैं स्टार्टअप्स को भी आमंत्रित करूंगा ताकि वे हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और हमारे पर्यटकों को एक उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने में नई प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से हमारा मार्गदर्शन करने में नए समाधान और नए विचार खोजने में सहायता कर सकें।”

भारत ने 1 दिसंबर 2022 को 1 वर्ष की अवधि के लिए जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की। इस अवधि में, भारत 20 जी-20 देशों और 9 पर्यवेक्षक देशों के लगभग 1 लाख प्रतिनिधियों का आतिथ्य करेगा। देश के 56 स्थानों पर 200 से अधिक बैठकें आयोजित की जाएंगी। हैदराबाद जी20 स्टार्टअप 20 एंगेजमेंट ग्रुप की आरंभिक बैठक की मेजबानी कर रहा है। स्टार्टअप 20 साइड बैठक और स्टार्टअप 20 समिट बैठक क्रमशः गंगटोक और गुड़गांव में वर्ष के अंत में आयोजित होना निर्धारित हैं।

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