कुछ घंटों में ही मंदिर की दानपेटियां लाखों रुपये से भर गई : नोट गिनने के लिए जुटे दो सैकड़ा कर्मचारी, सात घंटे तक चली गिनती

Datia news : दतिया । रतनगढ़ माता मंदिर पर दीपावली दोज के तीन दिन चले मेले में आए लाखों श्रद्धालुओं ने इस बार जी खोलकर मां के दरबार में चढ़ावा चढ़ाया। कुछ घंटों में ही मंदिर की दानपेटियां लाखों रुपये से भर गई। मेले के बाद जब इनकी गिनती शुरू हुई तो उनमें से साढ़े 26 लाख से अधिक का चढ़ावा प्राप्त हुआ।

रतनगढ़ माता मंदिर की दानपेटियों से 26 लाख 51 हजार से अधिक की चढ़ावा प्राप्त हुआ है। 72 घंटे चले दोज मेले के दौरान मंदिर परिसर में लगी करीब 45 दानपेटियाें से यह दानराशि प्राप्त हुई।

मेला एक नबंवर से तीन नबंवर तक चला था। इससे पूर्व 14 अक्टूबर को भी नवरात्र के बाद दानपेटियांं खोली गई थी। उस दौरान 21 लाख रुपये की दानराशि प्राप्त हुई थी।

दानपेटियों की राशि की गिनती को लेकर सेवढ़ा अनुभाग के 225 कर्मचारियों को लगाया गया था। इसके लिए तीन सेक्टर भी बनाए गए। उक्त कर्मचारियों ने मंगलवार सुबह नौ बजे से दानपेटी से राशि की गिनती शुरू की।

जो शाम साढ़े चार बजे पूरी हो सकी। इस तरह करीब साढ़े सात घंटे चली गिनती के बाद दानपेटियों से 26 लाख 51 हजार 275 रुपये की नगदी व एक सोने की नथ प्राप्त हुई है।

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मंदिर की दानपेटियों की राशि गिनती के काम के लिए नायब तहसीलदार राजेंद्र जाटव को नोडल अधिकारी और पूजा यादव नायब तहसीलदार को सहायक नोडल अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी दी गई थी।

इनकी देखरेख में पटवारी, कोटवार, सहायक सचिव एवं शिक्षकों सहित करीब 225 कर्मचारियों ने दानराशि के रुप में प्राप्त हुए नोटों व सिक्कों की गिनती का काम पूरा किया।

इस संबंध में नोडल अधिकारी राजेंद्र जाटव ने बताया कि दानपेटियों से 50, 20 और दस रुपये के नोट व सिक्के चढ़ौत्री के रूप में प्राप्त हुए हैं। प्राप्त राशि आज बुधवार को सेंट्रल बैंक सेवढ़ा में मंदिर के खाते में जमा करा दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि सेवढ़ा एसडीएम अशोक अवस्थी की पहल पर दानराशि गिनती के लिए इस बार भी कर्मचारियों की संख्या पर्याप्त रखी गई थी। ताकि एक ही दिन में पूरी गिनती आसानी से हो सकी। बता दें कि रतनगढ़ माता मंदिर की दानपेटी हर दो माह में खोली जाती है।

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