नई दिल्ली : 21 जून 2025 को आयोजित होने जा रहे 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पहले ही पूरे भारत में ‘योग महाकुंभ’ की गूंज सुनाई दे रही है। नई दिल्ली के आर.के. पुरम स्थित हार्टफुलनेस मेडिटेशन सेंटर में आज तीन दिवसीय योग महाकुंभ का भव्य आगाज़ हुआ।
कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ योग ने हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के सहयोग से योग कला, माइंडफुलनेस और वेलनेस सेशन का आयोजन किया। नुक्कड़ नाटकों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने योग के महत्व को और प्रभावी तरीके से लोगों तक पहुँचाया।
लद्दाख की ऊँचाई पर अनूठा योग अनुभव : लद्दाख की बर्फीली ऊँचाइयों में 15 जून से अंतर्राष्ट्रीय योग और ध्यान महोत्सव (IFYM) ने 13,000 फीट से अधिक ऊँचाई वाले प्रसिद्ध स्थानों — पैंगोंग झील, नुब्रा घाटी और सिंधु घाट पर योग साधना कर दुनिया का ध्यान खींचा। इस वर्ष का विषय ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ है, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य के गहरे संबंध को उजागर करता है। महाबोधि अंतर्राष्ट्रीय ध्यान केंद्र और आयुष मंत्रालय सहित कई संस्थान इस महाकुंभ को सफल बनाने में जुटे हैं।
नोएडा में भी छाया योग का रंग : इसी कड़ी में नोएडा के सेक्टर 50 में अर्हम ध्यान योग ने योग महाकुंभ की शुरुआत की। हरित योग सत्र, निबंध और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं से युवाओं में जागरूकता फैलाई गई। सेक्टर 78 के वेद वन पार्क और सेक्टर 33ए के शिवालिक पार्क में भी आगामी योग संगम समारोहों की तैयारियाँ जोरों पर हैं। अर्हम ध्यान योग ने इस अभियान को वैश्विक स्तर पर ले जाने का संकल्प लिया है।
एकता, स्वास्थ्य और वैश्विक शांति की दिशा में योग महाकुंभ : लद्दाख की चोटियों से लेकर दिल्ली के सांस्कृतिक केंद्रों और नोएडा के जीवंत पार्कों तक, योग महाकुंभ 2025 भारतीय योग परंपरा की जीवंतता और समग्रता को दर्शा रहा है। इन आयोजनों में सभी के लिए भागीदारी खुली है और लोगों को एक स्वस्थ, संतुलित जीवन शैली के लिए योग को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
