नई दिल्ली। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए अच्छी खबर है। अब से कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा फेल होने वाले उम्मीदवारों की भी अलग से श्रेणी बनाई जाएगी। कर्मचारी चयन आयोग ने ऐसे उम्मीदवारों की सूचनाएं उनकी सहमति से सार्वजनिक रूप से साझा करने का निर्णय लिया है। ये वो उम्मीदवार होंगे, जो भर्ती प्रक्रिया में अंतिम रूप से चयनित नहीं हो सके। इसका उद्देश्य यह है कि अन्य नियोक्ताओं को उपयुक्त मानव संसाधन मिल सकेगा। फेल हुए उम्मीदवारों को भी नौकरी के लिए एक विकल्प मिल सकेगा।
SSC ने ऐसे अभ्यर्थियों की सूचनाएं सार्वजनिक रूप से साझा करने का निर्णय लिया है, जो भर्ती परीक्षा के अंतिम चरण में शामिल हुए। लेकिन अंतिम रूप से चयनित नहीं हो सके। इसका मकसद अन्य नियोक्ताओं को उपयुक्त मानव संसाधन प्राप्त करने में सहूलियत देना है।
आयोग ने साफ किया है कि किसी भी भर्ती परीक्षा के अंतिम परिणाम जारी होने के बाद एक खासतौर से तैयार वेबसाइट पर अचयनित मेद्यावियों का नाम, पता समेत अन्य आवश्यक सूचनाओं के साथ परीक्षा में कुल प्राप्तांक और मेरिट की रैंकिंग जारी की जाएगी। फॉर्म भरते समय जो अभ्यर्थी सहमति देंगे, उन्हीं की सूचनाएं जारी की जाएंगी। ये सूचनाएं जारी होने के एक साल तक मान्य होंगी।
भर्ती परीक्षाओं का फाइनल रिजल्ट जारी करने के बाद अंतिम रूप से चयनित नहीं हो सके उम्मीदवारों की डिटेल आयोग की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। ये वही उम्मीदवार होंगे जिन्होंने डिस्क्लोजर स्कीम के ऑप्शन को चुना होगा। एसएससी की यह योजना नवंबर 2020 से जारी परिणामों से प्रभावी होंगी। इस योजना में सेलेक्शन पोस्ट की परीक्षाएं शामिल नहीं हैं।
इस तरह करना होगा विकल्प का चयन
SSC की भर्तियों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों एप्लीकेशन फॉर्म भरते समय ही सहमति देनी होगी। इस सहमति का मतलब ये है कि फेल होने पर भी उन उम्मीदवारों की रैंकिंग और अन्य डिटेल्स आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाएंगी। ये डीटेल्स भर्ती परिणाम जारी किए जाने के एक साल तक मान्य होंगी। उसके बाद नई भर्ती परीक्षा के परिणामों की सूची अपलोड कर दी जाएगी।
एसएससी द्वारा भर्ती परीक्षाओं का फाइनल रिजल्ट जारी करने के बाद फेल हुए उम्मीदवारों की डिटेल आयोग की वेबसाइट ssc.nic.in पर जारी की जाएगी। डिस्क्लोजर स्कीम के ऑप्शन को चुनने को ही इस सूची में लिया जाएगा।