Datia news : दतिया। पुलिस वाहनों के बेड़े से डायल हंड्रेड की विदाई के बाद अब उनकी जगह 112 नंबर की एफआरवी ने ले ली है। इन नए वाहनों को हाइटेक बनाया गया है। जिनकी परफेक्ट लोकेशन के साथ मौके पर क्या स्थिति है इसे भी लाइव पुलिस कंट्रोल रुम पर देखा जा सकेगा।
इसके साथ ही इन वाहनों में आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र, घायलों के उपचार के लिए स्ट्रेचर ओर फार्स्ट किट भी रहेगी। इसके साथ ही यह वाहन दस सेवाएं देने में भी समक्ष होंगे।
आधुनिक उपकरणों से लैस 18 अत्याधुनिक 112 एफआरवी वाहन गुरुवार को पुलिस लाइन प्रांगण से एसपी सूरज कुमार वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर विभिन्न थानों व चौकियों के लिए रवाना किए।
इस दौरान वाहनों का काफिला सायरन बजाता हुआ दतिया शहर में भी निकला। ताकि आमजन को यह संदेश मिले की अब किसी भी आपात स्थिति के लिए सिर्फ 112 नंबर ही डायल करना है।
जिसके बाद पुलिस उनकी मदद के लिए मौके पर पहुंच जाएगी। यह वाहन पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा जिला दतिया को आबंटित किए गए हैं। जो कुछ दिन पहले ही दतिया पहुंचे थे।
नए एफआरवी वाहनों को हरी झंडी दिखाने के दौरान एसपी वर्मा ने कहाकि इस नवीन पहल से दतिया जिले के नागरिकों को आपातकालीन परिस्थितियों में तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद सहायता प्राप्त होगी। जिससे जनसुरक्षा और पुलिस पर जनविश्वास दोनों और मजबूत होंगे।
यह नए एफआरवी वाहन जिले के 16 थानाें में एक-एक और कोतवाली को दो दिए गए हैं। अभी भी गोंदन, अतरेटा, सिनावल और थरेट को नया वाहन नहीं मिल सका है।
वहीं जानकारी दी गई कि नए एफआरवी वाहनों में जीपीएस सिस्टम व लाइव कैमरा होने से वाहनों की लोकेशन और घटनास्थल की वास्तविक समय की मोनिटरिंग संभव हो सकेगी।
बाडी वार्न कैमरा होने से ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की कार्रवाई में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी। डैश कैमरा लगा होने से घटनास्थल का सटीक रिकार्ड उपलब्ध होगा।
साथ ही फर्स्ट एड किट व स्ट्रेचर की सुविधा तत्काल स्वास्थ्य सहायता उपलब्ध कराने में सक्षम बनेगी। इसके अलावा अग्निशमन यंत्र आपातकालीन स्थिति में त्वरित राहत कार्य में मददगार साबित होंगे।
यह सेवाएं भी देगा एफआरवी वाहन : नागरिकों की सुरक्षा के लिए विशेष रुप से सुसज्जित नवीन डायल 112 वाहन नवीन एफआरवी वाहन अत्याधुनिक तकनीक और उपकरणों से लैस हैं।
अब सिर्फ एक नंबर 112 डायल करने पर पुलिस (100), स्वास्थ्य/एम्बुलेंस (108), अग्निशमन (101), महिला हेल्पलाइन (1090), साइबर क्राइम (1930), रेल मदद (139), हाईवे एक्सिडेंट रिस्पाेंस (1099), प्राकृतिक आपदा (1079) और महिला एवं चाइल्ड हेल्पलाइन (181, 1098) जैसी सभी सेवाएं एक ही नंबर 112 से उपलब्ध होंगी।