नई दिल्ली : अमेरिका, ब्रिटेन और सिंगापुर के शेयर बाजारों में कई स्टार्ट-अप कंपनियों ने लिस्टिंग के पहले ही दिन रिकार्ड बनाया है लेकिन भारत में शुक्रवार को पहली बार ऐसा देखने को मिला।
आनलाइन फूड डिलिवरी स्टार्ट-अप कंपनी जोमैटो बीएसई में सूचीबद्ध होने के पहले ही दिन निवेशकों को 66 फीसद का रिटर्न दिया है।
कंपनी के शेयर 76 रुपये के मूल्य पर आवंटित हुए थे। सूचीबद्धता के कुछ ही समय में 81.57 फीसद की वृद्धि के साथ ये 138 रुपये पर पहुंच गए।
बाजार बंद होने के समय इसके एक शेयर की कीमत 65.59 फीसद की वृद्धि के साथ 125.85 रुपये पर पहुंच गई। एनएसई में इसके शेयर 116 रुपये पर खुले और 125.30 रुपये पर बंद हुए।
इसके साथ ही जोमैटो भारतीय बाजार की पहली स्टार्ट-अप कंपनी बन गई है जिसका बाजार पूंजीकरण शेयर कारोबार के पहले ही दिन ही एक लाख करोड़ रुपये को छू गया। बाजार बंद होते समय बीएसई पर कंपनी का पूंजीकरण पूंजीकरण 98,731.59 करोड़ रुपये था।
कई जानकार बता रहे हैं कि जोमैटो का यह प्रदर्शन शेयर बाजार पर काफी सकारात्मक असर डालेगा। कंपनी को मिली इस प्रतिक्रिया से अन्य स्टार्ट-अप के लिए भी बाजार का रास्ता आसान होगा।
इससे विशेष रूप से स्टार्ट-अप्स में निवेश करने वाले निवेशकों का एक नया वर्ग भी तैयार होगा। अगले कुछ महीनों में कई स्टार्ट-अप कंपनियां आइपीओ के साथ बाजार में उतरने की तैयारी में है।
जोमैटो ने जिस दिन से प्रारंभिक पब्लिक आफर (आइपीओ) लाने का एलान किया है उसी दिन से इसको लेकर निवेशकों में जबरदस्त उत्सुकता है। यही वजह है कि 9,375 करोड़ रुपये के इस आइपीओ को 38 गुना ज्यादा आवेदन आए।
कोटक महिंद्रा कैपिटल के एमडी व सीईओ एस. रमेश ने कहा है कि जोमैटो को शेयर बाजारों में मिली इस प्रतिक्रिया से पता चलता है कि निवेशकों का एक बड़ा वर्ग इन तकनीक आधारित कंपनियों में निवेश करने को तैयार है। यह भारतीय उद्यमशीलता को भी एक तरह से सलाम है।
भारत 4जी से निकलकर 5जी टेक्नोलाजी की ओर बढ़ रहा है और आने वाले दिनों में डिजिटल आधारित इकोनामी का और विस्तार होगा। वर्ष 2008 में स्थापित जोमैटो वर्तमान में देश के 525 शहरो के अलावा दुनियाभर के 23 देशों में सर्विस दे रही है।