उड़रियां : एपिसोड की शुरुआत जैस्मीन के भाग जाने से होती है। फतेह जैस्मीन पर चिल्लाता है। वह रुक जाती है। वह कहता है कि यह गलती मत करो वरना मैं पूरा गोदाम जला दूंगा। वह फर्श पर फैले मिट्टी के तेल को देखती है। वह कहती है नहीं, मैं आ रही हूं,
तुम क्या कर रहे हो। वह कहता है कि मैं तुम्हें महसूस करा रहा हूं कि तुम्हारी वजह से तेजो ने आज क्या महसूस किया होगा। जैस्मीन पूछती है कि तुम क्या कह रहे हो। फतेह कहता है कि तेजो के साथ जो हुआ, किसने किया, बताओ।
जैस्मीन कहती है कि मुझे नहीं पता लेकिन आपको खुश होना चाहिए, वह ठीक हो गई, उसे उसकी याददाश्त वापस मिल गई। फतेह कहता है कि वह आज मर सकती थी, मुझे बताओ, उसे यहां कौन लाया था। जैस्मीन कहती है कि मुझे नहीं पता।
वह फतेह से कहती है कि सोचो मैं विर्क परिवार के उत्तराधिकारी, अमरीक के बच्चे की मां बनने वाली हूं। फतेह कहता है कि मैं सब कुछ भूल गया, मुझे तेजो के लिए न्याय चाहिए। मुझे बताओ, उसे यहां कौन लाया, किसने आग लगाई, मैं सब कुछ जला दूंगा और तुम्हें मार दूंगा, मुझे जल्दी बताओ। जैस्मीन कहती है कि मुझे कुछ नहीं पता।
फतेह कहता है तो तुम ऐसा नहीं बताओगी। वह आग जलाने लगता है। जैस्मीन कहती है हां, मैं उसे यहां मारने के लिए नहीं, बल्कि उसे ठीक करने के लिए लाई थी। ताकि उसे उसकी याददाश्त वापस मिल जा
फतेह सच पूछता है, क्या तुम उससे इतना प्यार करती हो कि तुमने उसे जलाने का जोखिम उठाया, क्या तुम्हें लगता है कि मैं मूर्ख हूं, सच बताओ, नहीं तो मैं तुम्हें जिंदा जला दूंगा। वह दौड़ती है। फतेह उसके पीछे दौड़ता है।
जैस्मीन कहती है, हां, मैं तेजो को यहां लाई और आग लगा दी। मैं तुम्हें उसे देते हुए नहीं देख सकती। वह तुम्हें मुझसे छीनने के लिए वापस आई। मैंने उसे यहां जलाने के लिए लाई थी। ताकि उसे पूरी तरह से पागल बना दूं। फतेह नाराज़ होता है। जैस्मीन कहती है कि मैंने तुमसे सच कहा था। क्या तुम पुलिस के पास जाओगे, कोई तुम पर विश्वास नहीं करेगा। फतेह फोन में रिकॉर्डिंग चलाता है।
फतेह जैस्मीन से कहती है कि तेरा खेल खत्म, जब तेरा सच सामने आएगा, लोग तुझसे नफरत करेंगे। तब तुझे दर्द का पता चलेगा। वह कहती है रुको, मैं ये नहीं देख सकती। फतेह कहता है कि अगर बचना है तो हमसे दूर चली जाओ। सोचो क्या होगा अगर तुम समझदारी से काम नहीं लोगी तो तुम्हारे लिए जेल के दरवाजे खुल जाएंगे। जैस्मीन चिल्लाती है। फतेह तेजो के पास आता है।
वह कहता है देखो, तुम्हारा दूल्हा आ गया है। फतेह कल्पना करता है कि तेजो उसे गले लगाती है और कहती है कि हम घर जाकर खाना खाएंगे, क्या तुम्हें मेरी शगुन, जलेबी नहीं मिली। फतेह ये सोचकर रोता है।
तेजो घर आती है। सभी पुष्पवर्षा कर उसका स्वागत करते हैं। बेबे उसकी आरती करती है। तेजो अंदर आती है। फतेह दूर से देखता है। तेजो घर में अपने पलों को याद करती है। जैस्मिन ने यश को फोन किया। वह पूछती है कि तुम कैसे हो। वह कहती है कि मैं अभी तुमसे मिलना चाहती हूं। वह कहता है कि मैं कनाडा में हूं, मैंने आपको सूचित करने के लिए फोन किया था। जैस्मीन कहती है कि मैं ठीक नहीं हूं।
तेजो पूछती है कि यह सजावट क्यों। बेबे कहती है कि तुम ठीक होकर घर आ गई हो इसलिए। तेजो पूछती है कि अब तुम्हारे घुटने का दर्द कैसा है। बेबे कहती है कि मैं ठीक हूँ। तेजो लवली के रूट कैनाल ट्रीटमेंट के बारे में पूछती है। लवली को लगता है कि वह मेरे लिए बहुत चिंतित है और मैं उसे विदा करना चाहती था। वह कहती है कि मुझे खुशी है कि तुम ठीक हो गए।
दिलराज तेजो को चॉकलेट देता है और कहता है कि तुम मेरी सारी चॉकलेट रखती थी। तेजो अपना प्रोजेक्ट मांगती है। बेबे तेजो से जलेबी मांगती है, यह शगुन है। तेजो सोचता है कि मैंने अपना बच्चा खो दिया है। वह कमरे में जाती है और रोती है। फतेह सोचता है कि सपनों के घर को देखकर तेजो को कुछ याद रहेगा।
तेजो सजा हुआ कमरा देखती है। जैस्मीन कहती है कि मैं कुछ करना चाहती थी और क्या हुआ, मैं घर नहीं जा सकती। गुरप्रीत तेजो को अपनी बहू के रूप में घर ले जाएगी। उसे गुस्सा आ जाता है। स्वीटी आती है और उसके लिए खाना लाती है। वह जैस्मीन को शोर न करने के लिए कहती है। वह अपनी मां से झूठ बोलती है। चमेली खाना खाती है। स्वीटी पूछती है कि अब आप क्या करेंगे। जैस्मीन कहती है कि मैं हार नहीं मानूंगी।